दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि जल्द ही दिल्ली से वाराणसी का सफर सिर्फ 4 घंटे में पूरा हो जाएगा? जी हां, यह सच है! सरकार की एक बड़ी योजना के तहत दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है।
कितनी तेज होगी यह ट्रेन?
आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है? बात यह है कि यह बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। अभी तक जो सफर आपको 8-10 घंटे में पूरा करना पड़ता था, वह अब केवल 4 से 4.5 घंटे में हो जाएगा। कमाल की बात है ना!
कहां-कहां रुकेगी यह ट्रेन?
यह 865 किलोमीटर लंबा रेल कॉरिडोर दिल्ली से शुरू होकर नोएडा, मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही होते हुए वाराणसी तक जाएगा। कुल मिलाकर 12 बड़े स्टेशन होंगे इस रूट पर।
अभी क्या हो रहा है काम?
इस समय NHSRCL (नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन) सर्वे का काम कर रही है। खास बात यह है कि वे लेडार तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे जमीन की सटीक जानकारी मिल रही है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के 60 गांवों से यह ट्रेन गुजरेगी।
आपके लिए क्या फायदे होंगे?
पहली बात तो यह कि आपका समय बचेगा। दूसरी बात, यह परियोजना हजारों लोगों को रोजगार देगी। तीसरी बात, व्यापार और पर्यटन बढ़ेगा, जिससे पूरे इलाके की तरक्की होगी।
जमीन मालिकों की चिंता?
सरकार ने यह भी सोचा है। जिन लोगों की जमीन लगेगी, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही पुनर्वास और रोजगार की व्यवस्था भी की जाएगी।
कब तक पूरा होगा यह सपना?
2025 तक जमीन अधिग्रहण का काम पूरा करने की योजना है। और 2029 तक पूरी परियोजना तैयार हो जाने की उम्मीद है। कुल खर्च करीब 1.20 लाख करोड़ रुपए आएगा।
यह सिर्फ एक ट्रेन नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास का एक नया अध्याय है। जो गांव आज दूर लगते हैं, वे कल शहरों से जुड़ जाएंगे। आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और तेज यातायात व्यवस्था मिलेगी।
तो दोस्तों, यह है दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन की पूरी कहानी। उम्मीद है कि यह सपना जल्दी ही हकीकत बन जाए और हम सब इस शानदार सफर का मजा उठा सकें!